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हम किधर जा रहे ? इस पर भी जरा सोचना व समझना होगा !

अशफाक कायमखानी। जयपुर। पूरा विश्व कोविड-19 के खोफ से खोफजदा होकर उक्त महामारी से बचाव के रास्ते तलाश करके बचाव के लिये प्रयासरत था। वही सोयब आफताब जैसे छात्र व आकांक्षा सिंह जैसी छात्रा शेक्षणिक व कोचिंग संस्थान बंद होने के बावजूद ओनलाइन नीट की तैयारी करके अपने डाऊट क्लियर करके नीट परीक्षा मे शतप्रतिशत अंक लाने मे सफल होकर स्वर्ण अक्षरो से इतिहास लिखने मे सफल हुये। लेकिन इन्हीं सबकुछ घटना घटनाक्रमों के मध्य शेखावाटी जनपद व लगते नागोर जिले के डीडवाना तहसील के अनेक गावो मे मुस्लिम युवा रात्रि कालीन खेल प्रतियोगिता आयोजित करने मे मशगूल होकर मानो अपने हिसाब के मुताबिक समाज मे बदलाव की बयार बहाने की कोशिश कृ रहे हो। खेल व खेल प्रतियोगिता आयोजित करने का कोई विरोधी नही हो सकता लेकिन कोराना काल मे जब सभी तरह के शैक्षणिक संस्थानों व छात्र-छात्राओं मे मध्य एक लम्बी खाई अचानक खींच गई थी तब युवाओं को चाहिए था कि वो अपने अपने घर या परिवार के उन स्टुडेंट्स के लिये व्यक्तिगत या गावं स्तर पर सामुहिक तौर पर कोराना गाईडलाईन के अनुसार कम से कम JEE व NEET व अन्य मुकाबलाती परीक्षा

राजनीति मे अपने मुकाबलाती नेताओं को किनारे लगाने मे मुख्यमंत्री गहलोत कभी चूके नही !

जयपुर। ।अशफाक कायमखानी। पीछले दो-तीन महीने पहले राजस्थान के कांग्रेस विधायकों मे नेतृत्व के काम करने के तरीकों को लेकर मची आपसी कलह को लेकर तत्तकालीन उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायको के खिलाफ एक तरह से बगावती तेवर अपनाने का अजीब सा माहोल बनाने के बाद अशोक गहलोत तत्तकालीन उहापोह के माहोल मे सोची समझी रणनीति के तहत पायलट को दोनो पदो से व उनके समर्थक दो मंत्रियों को मंत्री पद से हटाने मे कामयाब हो जाने के बावजूद कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने समय रहते प्रकरण की असलियत जानकर सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायकों की दिल्ली मे शिकायत व सुझाव सुनकर उन्हें मना लेने से गहलोत के उन नेताओं को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाने के मंसूबे पर एक तरह से पानी फिर गया था। लेकिन उसके बाद राहुल गांधी के खिलाफ 2014 मे अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले व राहुल गांधी को ट्वीटर पर पप्पू लिखने के साथ साथ कांग्रेस नेताओं के बजाय भाजपा नेताओं को फोलो करने वाले कवि कुमार विश्वास की पत्नी मंजू को जस्थान लोकसेवा आयोग की छ साल के लिये सदस्य बना कर मुख्यमंत्री ग

Reporters Digest

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चुनावी बांड राजनीति में ईमानदार धन लाने का ‘सफल प्रयास’ : भाजपा • Nauman Majid  नयी दिल्ली,  :  चुनावी बांड के मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने बृहस्पतिवार को कहा कि 'पराजित और असंतुष्ट भ्रष्ट नेताओं का गठबंधन' नहीं चाहता कि साफ-स्वच्छ, कर चुकाया गया पारदर्शी धन चुनाव में लगाये जाएं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''वर्षों तक जिन पार्टियों में व्यक्ति अमीर हुए, व्यक्तियों ने भ्रष्टाचार का पैसा लिया और राजनीति को भ्रष्टाचार में लिप्त कर दिया। आज उन्हें जब चोट लगी और ईमानदार पैसा राजनीति में आया तो अब ये आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं ।'' कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को संसद के दोनों सदनों में चुनावी बांड के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा करानी चाहिए और इस पूरी योजना की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बननी चाहिए। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए गोयल ने कहा कि कुछ दलों में नेता अमीर होते गए जबकि भाजपा ने केवल सही उद्देश्य के लिए राज